
उन्होंने पुरे दुनिया को परखनली शिशु के रूप में नयी खोज से करोडो निःसंतान दमप्तीयों में आशा क़ी किरण पैदा क़ी थी ओर आज उसका प्रतिफल सामने है.
एडवर्ड एवं पेटरीक स्तेप्तोई (जिनकी मृत्यु १९८८) में हो गयी थी ने पहला टेस्ट टयूब बेबी इन विट्रो फरटीलाईजेशन तकनीक का इस्तेमाल कर बनाने में सफलता प्राप्त क़ी थी.
उन्होंने इस टेक्निक पर १९५० से काम करना प्रारम्भ किया था ,
इसके अलावा क्योटो विश्वविद्यालय के प्रो. शिन्या यामानाका को स्टेम कोशिकाओं पर किये गए शोध के लिए नोबेल पुरस्कार मिलने क़ी संभावना है.
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