यूँ तो व्यायाम के लेकिन व्यायाम के फायदों में अब एक नया अध्याय जुडऩे जा रहा है। अब व्यायाम के फायदों का अच्छी तरह डाकुमेंटेशन किए जाने की शुरुआत हो चुकी है। हाल ही में कैंसर पीडितों में किए गए एक शोध से यह साबित हुआ है कि कीमोथेरपी प्राप्त रोगियों में नियमित व्यायाम उन्हें स्वयं की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुबारा से री-मोड़लाइज करने में मददगार साबित हुआ है। इस शोध का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, कि यह प्राथमिक स्तर के कैंसर से जूझ रहे व्यक्ति में सेकेंडरी स्तर के कैंसर की संभावना को तो कम करता ही है , साथ ही उन लोगों में जिन्हें कैंसर नहीं हुआ है उनमें इसकी संभावना को क्षीण कर देता है। यूनिवर्र्सिटी ऑफ ने बार्सका मेडिकल सेंटर में किए गए इस शोध में यह पाया गया है कि कैंसर से पीडि़त रोगियों को जब लगातार बारह सप्ताह का एक व्यायाम सत्र कराया गया और उनके खून में पाए जानेवाले रोग प्रतिरोधी टी-कोशिकाओं को इस सत्र से पहले और बाद में देखा गया ..
परिणाम चौंकाने वाले थे। इन कोशिकाओं के रूप में व्यायाम सत्र के बाद एक खास परिवर्तन देखा गया जो इन्हें रोग जनित संक्रमण एवं कैंसर से लडऩे में मजबूती प्रदान कर रहा था। इससे पूर्व के शोधों में भी यह साबित हुआ कि व्यायाम हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है ,लेकिन इस शोध से इस बात को और भी मजबूती मिली है कि नियमित व्यायाम विभिन्न प्रकार के कैंसर से जूझ रहे रोगियों के जीवन स्तर को मजबूती से आगे बढाने में कारगर है। हालाकि ऐसा कैसे संभव होता है इस रहस्य से पर्दा उठना अभी बांकी है ,लेकिन इतना तो तय है कि नियमित व्यायाम हमारी रोग प्रतिरोधी कोशिकाओं को री-मॉडल कर देता है। वैज्ञानिकों का यह मानना है कि व्यायाम के द्वारा हम अपनी नाकारा टी-कोशिकाओं को कारगर रोग प्रतिरोधी टी-कोशिकाओं में बदल पाते हैं ,तो ऐसा योग आसनों के अभ्यास द्वारा भी संभव है। तो बस शामिल कीजिये अपनी दिनचर्या में नियमित व्यायाम को और बदल डालिए अपनी टी-कोशिकाओं के मॉडल को ,इससे रहेंगे आप सेहतमंद और तंदुरुस्त है।।इसी आर्टिकल को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें ..http://religion.bhaskar.com/article/yoga-exercise-for-cancer-patients-is-important-because-3919548.html
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें