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रविवार, 14 अप्रैल 2013
जानिये कांचनार के अद्भुत गुण !
आयुष दर्पण के के ब्लाग पर मैने पाठकों को अपने आस-पास पाई जानेवाली जडी-बूटियों क़ी पहचान कराने के उद्देश्य से चलाई गयी श्रृंखला में अब तक आपको अनार,अखरोट,भांग,धतूरा ,शतावरी ,जामुन,दारुहल्दी ,जंगली हल्दी,मदार ,स्नुही ,कीड़ा-जडी,आंवला ,बकुल ,वसाका ,सारिवा,अमलतास जैसी वनौषधियों को पिछली सीरिज में वीडियो के माध्यम से दिखाने का प्रयास किया है। इसका उद्देश्य जडी-बूटियों के महत्व को उजागर करना तथा इनकी पहचान सहित इनके संरक्षण क़ी आवश्यकता को जनसामान्य तक पहुँचाना रहा है और मैं इस उद्देश्य में कुछ हद तक सफल भी रहा हूँ जिसका प्रमाण आपकी प्रतिक्रियायें हैंI आज पुन: एक ऐसी वनौषधि को लेकर मैं आपके समक्ष उपस्थित हूँ ,जो जंगलों में विशेषकर हिमालय की तराई वाले हिस्सों में पाई जाती है।इसका नाम कांचनार है, जिसे कचनार,कोविदार,गंडारी,युग्मपत्र जैसे नामों से जाना जाता है। इसकी पत्तियों को देखने पर ये ऊंट के पैरों जैसी दिखती है इसी कारण इसे केमेलफूटट्री भी कहा जाता है। यदि आप इस वनौषधि क़ी पहचान सहित औषधियों गुणों को जानना चाहते हैं तो इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।
धन्यवाद ....उत्तम जानकारी के लिए.....हरिद्वार और ऋषिकेश बेल्ट की चिला रेंज (राजाजी नेशनल पार्क) में ठीक कांचनार जैसी बड़ी बड़ी पत्तियों वाली बड़ी और मोठे तने वाली सफ़ेद पुष्पो वाली बेले देखि जो बहुँत ऊँचे पेड़ो पर चढ़कर फिर निचे को आ रही है....तो क्या ये भी कांचनार की ही कोई प्रजाति है क्या....?? कृपया संधान करे....!!
धन्यवाद ....उत्तम जानकारी के लिए.....हरिद्वार और ऋषिकेश बेल्ट की चिला रेंज (राजाजी नेशनल पार्क) में ठीक कांचनार जैसी बड़ी बड़ी पत्तियों वाली बड़ी और मोठे तने वाली सफ़ेद पुष्पो वाली बेले देखि जो बहुँत ऊँचे पेड़ो पर चढ़कर फिर निचे को आ रही है....तो क्या ये भी कांचनार की ही कोई प्रजाति है क्या....??
जवाब देंहटाएंकृपया संधान करे....!!