आज के समय में अच्छी फिटनेस लोगों की आवश्यकता बन पडी है Iलोग फिटनेस प्राप्त करने के सार्टकट तरीकों की और आकर्षित हो रहे हैं ,इसका फायदा आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर कुछ कम्पनियां ठगी कर उठा रही हैंIबाजार में वजन कम करने की गोलियां ,लम्बाई बढाने की गोलियां आयुर्वेदिक दवा के नाम पर धड़ल्ले से बिक रही हैं I आयुर्वेद के नाम पर कामेच्छा बढाने के लिए विभिन्न तेलों को भड़कीले विज्ञापनों के साथ बेच कर मोटी कमाई की जा रही हैI चूँकि नियमित व्यायाम एवं खान पान पर सयम रखकर वजन कम करने का समय लोगों के पास ना होने से लोग विज्ञापनों से प्रभावित होकर इन दवाओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं Iलेकिन क्या ये दवाएं मानव प्रयोग के लिए सुरक्षित हैं ? क्या उपभोक्ता इसे लेकर जागरूक हैं ? क्या लोगों को बेवकूफ बनाकर उनकी जेब ढीली नहीं की जा रही है?अमेरिका में फेडरल ड्रग एडमिनिसट्रेसन के कड़े नियमों के कारण कोई भी उत्पाद दवा वर्षों के क्लिनिकल ट्रायल के बाद भी सुरक्षित हुए बिना मानव प्रयोग के लिए स्वीकृत नहीं होती , परन्तु यह विडम्बना है ,की भारत में मानव जीवन का कोई मोल नहीं ,अगर ऐसा नहीं है तो फिर ये दवाएं कैसे बिक रही हैं?
प्रिय नवीन जी
जवाब देंहटाएंआप का इ मेल पढ़ा.
श्री मान जी, आप ये कैसे कह सकते है की आयुर्वेदिक दवाए वज़न कम नहीं कर सकती या फिर सेक्स पॉवर नहीं बढ़ा सकती.
ये जरुर सच है की कुछ लोग आज आयुर्वेदिक दवाइयों के नाम पर आयुर्वेद को बदनाम कर रहे है लेकिन सब के उप्पर लाछन लगाना ठीक बात नहीं है.
फ़ॉर्मूला बनाना सब के बस की बात नहीं है, आज लोग आयुर्वेद की डिग्री लेकर बेरोज़गार घूम रहे है या फिर अल्लोपेथिक में प्रक्टिस कर रहे है. इसका मतलब ये तो नहीं के आयुर्वेद में दम नहीं है.
आप आयुर्वेद से जुड़े हुए एक समान्नित व्यक्ति है, आप आयुर्वेद को टार्गेट करने की बजाए घट्टिया कंपनियों को टार्गेट करने का साहस दिखाए.
धन्यवाद
शुभ कामनाओ सहित
रमेश कादयान
Thanks for the comments.I think u r not properly understanding my mail.The mail is not targeting the Pathy which i dam support.The mail clearly mention the Drug made by some Pharmaceutical company and quacks without clinical trial which is a life threat to the innocent peoples.
जवाब देंहटाएंwith regards.
Dr Navin Joshi.