हम भारतीय अपने तीज त्योहारों से खुद को ही नहीं अपितु दुनिया सहित आने वाली पीढिय़ों को सन्देश देते हैं, ऐसी ही एक कहानी हम आपको सुनाते हैं। दीपावली से ठीक पहले हम धनतेरस मनाते हैं और खरीदारी करते हैं ,पर चिकित्सकों के लिए इस दिन का महत्व कुछ और ही होता हैं। हिन्दू संस्कृति में भगवान् विष्णु के अवतार भगवान् धन्वन्तरी माने गए हैं ,वेदों और पुराणों में इन्हें देवताओं का चिकित्सक कहा गया है और आयुर्वेदिक चिकित्सक इन्हें अपना आराध्य मानते हैं।
वैसे धन्वन्तरी नाम का प्रयोग पुराणों में कई बार हुआ जिससे एक से अधिक धन्वन्तरी के होने का भान होता है। ऋग्वेद में धन्वन्तरी शब्द नहीं आया है लेकिन दिवोदास को महर्षि भारद्वाज से जोड़ा गया है जिन्होंने आयुर्वेद का ज्ञान क्रमश: ब्रह्मा,दक्षप्रजापति,अश्विनी कुमारों (देवताओं के चिकित्सक ) एवं इन्द्र क़ी परम्परा से प्राप्त किया। विष्णु पुराण के अनुसार धवन्तरी ने ही आयुर्वेद को आठ भागों में वर्गीकृत किया परन्तु उनका विशेष योगदान शल्य -चिकित्सा के लिए जाना जाता है , उनके शिष्यों के सम्प्रदाय के चिकित्सकों को धन्वन्तरी सम्प्रदाय के चिकित्सक के रूप में जाना जाने लगा ,इसका प्रमाण चरक संहिता में आयुर्वेदिक काय- चिकित्सा के जनक महर्षि चरक द्वारा शल्य चिकित्सा के लिए रोगीयों को धनवंतरी सम्प्रदाय के चिकित्सकों के पास रेफर करने का उद्धरण है।
आज भी भगवान् धन्वन्तरी की पूजा भारत के कई हिस्सों में की जाती है, तमिलनाडु के श्रीरंगम में स्थित रंगास्वामी मंदिर भगवान् धन्वन्तरी का मंदिर है ,जहां उनकी उपासना की जाती है, मंदिर के ठीक सामने 12 वीं शताब्दी का एक पत्थर है, जिसमें महान आयुर्वेदिक चिकित्सक गरुड़वाहन भट्टर की लिखावट है और वहाँ आज भी लोगों को प्रसाद के रूप में जडी बूटियों का पेय दिया जाता है। केरल की अष्टवैद्य परंपरा के चिकित्सक भी सदियों से भगवान् धन्वन्तरी की उपासना करते आये हैं।
इन सब कथाओं से एक बात तो स्पष्ट है कि़ हम भारतीय अपने स्वास्थ्य के लिए बहुत पहले से ही सचेत थे और अच्छे स्वास्थ्य के साथ लम्बी रोगरहित सुखायु की कामना से धन्वन्तरी आदि चिकत्सकों को देवताओं का दर्जा देकर उनकी पूजा,अर्चना किया करते थे।धनतेरस के दिन मनाई जानेवाली धन्वन्तरी जयंती भी उसका एक प्रतीक है। इसी आर्टिकल को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें :http://religion.bhaskar.com/article/yoga-you-will-be-shocked-dhanteras-surgery-and-in-three-of-2493747.html
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