यदि आपकी नींद अचानक मध्यरात्रि (दो बजे के बाद ) में खुल जाती है और फिर नहीं आती है .. यह एक सामान्य तौर पर हमारी जीवनशैली को प्रभावित करनेवाली समस्या है,अक्सर ऐसी समस्या का कारण वात दोष की विकृति होती है आपके लिए सुझाए गए निम्न टिप्स मददगार सिद्ध होंगे :-
*सोने से पूर्व पैरों के तलवों पर हलके हाथों से सरसों या किसी अन्य तेल की मालिश करें !
* ब्राह्मी से बनाया गया शरबत नींद को सामान्य कर देता है अतः आप इसका प्रयोग कर सकते हैं !
*प्राणायाम की प्रक्रिया में चन्द्र-भेदन अर्थात बाईं नासिका से सांस लेकर दायीं नासिका से छोड़ना शीतलता प्रदान करता है साथ ही इसके बाद तीस मिनट तक भ्रस्तिका प्राणायाम का अभ्यास भी लाभकारी होता है !
यदि आपकी नींद अचानक मध्यरात्री से पूर्व (दो बजे से पूर्व ) खुल जाती है और दुबारा नहीं आती है इसका कारण पित्त दोष की विकृति हो सकता है ऐसी स्थिति में आप निम्न चर्या का पालन करें :-
* रात्री में सोने से पूर्व गुनगुना दूध बादाम के साथ लें , सिर पर किसी सुगन्धित तेल या केवल गौघृत की हलके हाथों से मालिश करें ,ऐसा ही पैरों के तलवों पर भी करें ,इसके अलावा उज्जायी प्राणायाम का अभ्यास करें !
कुछ लोग जल्दी सोने के आदि होते है और सामान्य सोने के समय से पूर्व ही उनकी नींद खुल जाती है ,वैसे ऐसी समस्या लोगों में कम ही देखने में आती है ऐसी कफ दोष की विकृति के कारण होती है ,ऐसी स्थिति में ब्राह्मी एवं शहद से बनाई गयी चाय बड़ी ही फायदेमंद होती है ,सिर और पैर के तलवों पर हलके हाथों से की गयी मालिश तो फायदेमंद होती ही है ,साथ ही सोने से पूर्व किया गया भ्रस्तिका प्राणायाम सुखपूर्वक नींद लानेवाला होता है !
यदि इन सबके परिणामस्वरूप भी नींद न आने की समस्या हो तो आपको कुशल चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए ! इसी आर्टिकल को दैनिक भास्कर जीवन मंत्र पर पढ़ने के लिए लिंक पर जाएँhttp://religion.bhaskar.com/article/FM-AN-yoga-small---small-tips-tryll-sleep-soundly-and-cool-4237081-NOR.html?SBD
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