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रविवार, 14 अप्रैल 2013

ब्रेन पावर को बढाने के सात नायाब तरीके


 हमारा मस्तिष्क हमें जीवन के झंझावातों से जूझने सहित कामयाब बनाने में महती भूमिका निभाता है Iविज्ञान की शाखा "क्वांटम फिजिक्स"एवं "नोयेटिक विज्ञान" हमारे मस्तिष्क को एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करता है, जिस आधार पर आसपास की परिकल्पनाएं संभव हो पाती हैं और यह भी एक सच है की हम जितना अपने शरीर के अन्य अंगों की देखभाल करते हैं शायद ही मस्तिष्क की उतनी करते हों I यदि आप अपने दिमाग की मांशपेशियों पर थोड़ा जोर देना चाहते हों तो येसात टिप्स आपके लिएकारगर हो सकते हैं !
1. यूँ तो विटामिन बी -9 की मस्तिष्क की कार्यक्षमता में भूमिका सर्वविदित है लेकिन वैज्ञानिकों  की मानें तो विटामिन बी-12 का आवश्यक मात्रा में प्रयोग कर हम समय से पूर्व आने वाली मानसिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं !
2.यदि आप उन लोगों में शामिल है जो दूसरों के मोबाइल नंबरों को याद नहीं रख पाते हैं या किसी के नाम को अक्सर भूल जाते हैं तो आप अपने मस्तिष्क को अधिक से अधिक एक्टीवीटीज में शामिल करें ..पज्जल गेम्स आपके लिए इसमें सहायक सिद्ध हो सकते हैं !
3.पूर्व के शोधों से यह स्पष्ट हो चुका है कि  कोपर (Cu ताम्बा ) हमारे केन्द्रीय तंत्रिकातंत्र के विकास के लिए आवश्यक तत्व है Iउचित मात्रा में ताम्बा हमारे मस्तिष्क के न्यूरॉन के मध्य के स्थान को कम करता है I बादाम,अखरोट,मशरूम इसके प्राकृतिक स्रोत हैं ,शायद इसलिये हमारे यहाँ ताम्बे के लोटे में सुबह-सुबह  पानी पीना अच्छा माना गया है !
 4.एक से अधिक भाषा में प्रतिदिन बोलने का अभ्यास आपके मस्तिष्क के अंधिकांश क्षेत्र को एक्टिव रखता है, जिस कारण आप एल्जाईमर जैसी मस्तिष्कगत विकृतियों से कोसों दूर रह सकते हैं !
5.शरीर में जलीयांश की मात्रा हमारे मस्तिष्क को प्रभावित करती हैI एक दिन में केवल 90 मिनट पसीने का बहाव साल भर में  मस्तिष्क के सिकुड़ने का प्रभाव उत्पन्न कर देता है अतः शरीर में जलीयांश की उचित मात्रा मस्तिष्क को कार्यकुशलता प्रदान करती है और इसके विपरीत स्थितयां कार्यक्षमता को प्रभावित करती हैं !
6.शोध यह साबित करते हैं की अपनी भाषा में महारत (बोलने और लिखने में) हमारे मस्तिष्क पर दूरगामी सकारात्मक प्रभाव डालते है और बुढापे में एल्जाईमर जैसी समस्याओं से बचाते हैं !
7.नियमित रूप से व्यायाम का अभ्यास हमारे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है Iव्यायाम तंत्रिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया "न्यूरोजेनेसिस"  में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है Iव्यायाम से कुछ ऐसे प्रोटीन निकलते हैं जो "ब्रेन-ग्रोथ-फेक्टर" के रूप में जाने जाते हैं.अतः नियमित व्यायाम हमारे मस्तिष्क की कार्यकुशलता सहित कार्यक्षमता को मजबूती प्रदान करता है !
तो आईये आज से ही अपनायें उपरोक्त सात टिप्स जो हर उम्र में आपके मस्तिष्क का रखेंगे ख्याल ..!!

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