भारतीय आयुर्वेद एवं चाइनीज दवाओं (टी.सी.एम्.) के मोड़ आफ एक्शन (कार्य करने के वैज्ञानिक तरीके ) पर पर्दा उठाने की दिशा में अमेरीकी केमिकल सोसाईटी ने अपना कदम बढाया है,जिससे और भी अधिक प्रभावी दवाओं का विकास किया जा सके .आयुर्वेदिक एवं चाइनीज ट्रेडिशनल दवाओं की लोगों में बढ़ती लोकप्रियता और प्रभाव के कारण अमेरीकी वैज्ञानिकों ने इस दिशा में अपनी रूचि व्यक्त की है ,इन वैज्ञानिकों का मानना है कि सटीक ज्ञान के अभाव के कारण इन दवाओं का एम्.ओ.ए.न जान पाने से इनके सीमित प्रयोग किये जा रहे हैं ..! वैज्ञानिकों का मानना है की किसी भी दवा के प्रभाव एवं सहप्रभाव को जानने के लिए उनके एम्.ओ.ए.की जानकारी आवश्यक है !ए.सी.एस.के एंद्रीयास बेंडर एवं उनके सहयोगीयों ने एक लोग्रेथीम को विकसित करने का दावा किया है ,जो इन दवाओं के मानव शरीर पर पड़ने वाले एम.ओ.ए.की जानकारी देगा ! लोग्रेथिम एक प्रकार से चरणबद्ध तरीके से इकठ्ठा किये गए आंकड़े होते हैं ,जिससे वैज्ञानिकों को दवाओं में मौजूद सक्रिय तत्व की शारीरिक भूमिका स्पष्ट करने में मदद मिलती है!वैज्ञानिकों का मानना है कि यह लोग्रेथिम इन दवाओं के एम्.ओ.ए.की सटीक जानकारी देगा ,जिससे पश्चिमी एवं पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में इस्तेमाल की जा रही दवाओं के बीच का अंतर समाप्त हो पायेगा I अमेरीकी केमिकल सोसाईटी इसी दिशा में अपना कदम बढ़ा रही है ...विश्व के सबसे बड़े क्लिनिकल ट्रायल में वैज्ञानिकों ने चाइनीज दवा Qinghao से Artesunate प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है जो बच्चों एवं वयस्कों में मलेरियारोधी दवा कुइनिन का एक बेहतर विकल्प साबित हुआ है ..! ये तथ्य हाल ही में ए.सी.एस.जर्नल आफ केमिकल इन्फोर्मेशन एंड मोडलिंग में प्रकाशित किये गए हैं !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें