आज दुनिया के विकसित देशों के नागरिकों में विकासशील देशों में घूमने के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ लेने का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा हैIअमेरिका एवं यूरोप के नागरिकों के लिए सस्ते स्वास्थ्य पर्यटन स्थल के रूप में भारत एवं मेक्सिको जैसे देश पसंदीदा बनकर उभरे हैं Iइसे ही "मेडिकल टूरिज्म" नाम दिया गया हैIयदि "मेडिकल टूरिज्म" के इतिहास को देखा जाय तो ग्रीक ऐसा देश था जहाँ लोग प्राचीन काल में घूमने के साथ साथ "हीलिंग देवता" से स्वास्थ्य लाभ लेने जाया करते थेI१८ वी शताब्दी में यूरोप के धनाड्य स्पा का लुत्फ़ उठाने जर्मनी से मिश्र तक घूमा करते थेIइकिस्वी शताब्दी में इसका स्वरुप थोड़ा और बदल गया और लोग स्वित्ज़रलैंड एवं आल्प्स के पहाड़ी पर्यटक स्थलों का आनंद लेते हुए टी.बी. जैसे रोगों से स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए इन पर्यटक स्थलों को पसंदीदा मानने लगे थे Iधीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ता गया तथा थाईलैंड ,भारत ,मेक्सिको ,अर्जेंटीना एवं क्यूबा जैसे देश सस्ते मेडिकल टूरिज्म स्थल के रूप में लोगों की पसंद बनते गएI
इसी क्रम में आज भारत जटिल सर्जरी ,ट्रांसप्लांट ,डयालेसीस ,प्लास्टिक सर्जरी,सेक्स चेंज, इनफरटीलटी आदि जैसी आधुनिक तकनीकों का सस्ता केंद्र बन गयाIभारत में इस समय प्रतिवर्ष १ लाख विदेशी पर्यटक हेल्थ टूरिज्म का लाभ लेने आ रहे हैंIसी.आई.आई के अनुसार वर्ष २०१२ तक इस उद्योग के भारत मैं २ बिलियन डालर तक होने की संभावना है Iइसके पीछे भारत में चिकित्सा सुविधाओं में निजी क्षेत्र की भागीदारी का होना प्रमुख कारण है,जो उच्च तकनीक सुविधाओं से युक्त विश्व स्तर की चिकित्सा सुविधायें प्रदान कर रहे हैं Iभारत के चिकित्सकों द्वारा दी जा रही चिकित्सा सुविधाएं विश्वस्तर की है, तथा कई मामलों में शायद केवल भारत में ही उपलब्ध है Iइसे समझने के लिए यह चार्ट काफी है:
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इसके अलावा भारत की ५००० साल पुरानी सभ्यता,संस्कृति ,धर्म ,आध्यात्म,विविधता दुनिया के लोगों का अनायास ही ध्यान अपने ओर खींचती रही है Iभारत में शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का सिद्धांत हजारों वर्ष पूर्व महर्षी सुश्रुत ने दिया था,और स्वास्थ्य की रक्षा हेतु अष्टांग योग एवं पंचकर्म वर्षों से दुनिया के लोगों का ध्यान अपनी ओर खीँच रहे हैं Iकेरल राज्य इसका अनूठा उदाहरण है Iइन सब कारणों के अलावा एक बड़ा कारण अमेरिका जैसे देशों में महंगी चिकित्सा के साथ -साथ अस्पतालों में लम्बी वेटिंग है,यहाँ वेटिंग जैसी चीज है ही नहीं ,इन्ही सुविधाओं के कारण विदेशीयों को भारत सस्ते हेल्थ टूरिज्म स्थल के रूप में आकर्षित करता रहा हैIआर्थिक मंदी के शिकार पश्चिमी देश अब इसे अपनी अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय मानने लगे हैं तथा "सुपर बग" का भय दिखाकर भारत को मेडिकल सुविधाओं से अछूत बताने में लगे हैंIअमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का अपने नागरिकों को भारत में हेल्थ टूरिज्म लाभ न लेने की सलाह इसी सिक्के का एक पहलू हैI |
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