"पारासीटामोल" जिसे असीटामेनोफेन के नाम से जाना जाता है,बुखार एवं दर्द में सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली दवा के हैIलोग इसे स्वयं भी सेल्फ मेडिकेसन के रूप में सबसे अधिक प्रयोग करते हैंIयूरोप में "ट्यालेनोल"" एवं भारत में "क्रोसिन " "काल्पोल" आदि नामों से यह दवा खूब बेची जाती हैI सीएटल स्थित कैंसर रिसर्च सेंटर की शोधकर्ता एमली वहाइट का कहना है की यह दवा खून के कैंसर की संभावना को बढ़ा सकती हैI उनका कहना है की यह शोध प्राथमिक स्तर पर है,अभी इसे सबूतों के आधार पर साबित किया जाना बांकी हैI हालांकि किसी भी प्रकार के पेन किलर से दुष्प्रभाव की संभावना होती है, इन्ही कारणों से हाल के दिनों में कई दवाओं को प्रतिबंधित भी किया गया हैI
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